SOHAM
Spiritual world by Kamlesh Padiya (Sadhak)
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Thursday, February 1, 2018
ग्रहण
कुछ पल के इस ग्रहण की फ़िकर करे हर कोई ।
ना सोचे उस ग्रहण की, आतम पर “मै” से होई ।।
चाँद सूरज जब ग्रहण करे, कुछ पल मैं छूट जाय ।
“मै” जो आतम ग्रहण करे, जनमो रहे परछाय ।।
आतम = आत्मा
मै = ego
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